REET 2024 SYLLABUS LEVEL 1(रीट 2024 का पाठ्यक्रम हिन्दी में)

  • Teacher Eligibility Test (TET) के लिए Child Development and Pedagogy का पाठ्यक्रम दिया गया है। यह कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए है।पाठ्यक्रम के मुख्य बिंदु:कुल प्रश्न: 30कुल अंक: 30
बाल विकास और शिक्षा शास्त्र (Child Development and Pedagogy)
1. विकास और वृद्धि की अवधारणा, सिद्धांत और आयाम।

विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेषकर परिवार और स्कूल के संदर्भ में) और इसका सीखने से संबंध।

वंशानुक्रम और वातावरण की भूमिका।
2. सीखने का अर्थ और प्रक्रियाएं:सीखने को प्रभावित करने वाले कारक।
सीखने के सिद्धांत और उनके प्रभाव।
बच्चे कैसे सीखते और सोचते हैं।
प्रेरणा और इसके सीखने पर प्रभाव।
3. व्यक्तिगत भिन्नताएं:अर्थ, प्रकार, और व्यक्तिगत भिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
भाषा, लिंग, समुदाय, जाति और धर्म के आधार पर व्यक्तिगत भिन्नताओं को समझना।
व्यक्तित्व का अर्थ, प्रकार और इसे आकार देने वाले कारक।
बुद्धिमत्ता के सिद्धांत और इसके मापन।
4. विविध शिक्षार्थियों को समझना:पिछड़े, मानसिक रूप से मंदित, प्रतिभाशाली, सृजनात्मक, वंचित और विशेष रूप से सक्षम शिक्षार्थियों को समझना।सीखने की कठिनाइयाँ और शिक्षक की भूमिका।
5. शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया:राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के संदर्भ में शिक्षण-सीखने की रणनीतियाँ और विधियाँ।
आकलन, मापन और मूल्यांकन का अर्थ और उद्देश्य।
समग्र और सतत मूल्यांकन।
उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
अधिनियम 2009 (शिक्षा का अधिकार) के तहत शिक्षक की भूमिका।
गणित (Mathematics) का पाठ्यक्रम:

प्रश्नों की संख्या: 30 (बहुविकल्पीय प्रश्न)
कुल अंक: 30
1. संख्याएँ (Numbers):
एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थान मान (Place Value), तुलना।

मौलिक गणितीय क्रियाएँ: जोड़, घटाव, गुणा और भाग।

भारतीय मुद्रा।
2. भिन्न (Fractions):
भिन्न की अवधारणा, समान हर वाले भिन्नों की तुलना।

मिश्रित भिन्न, असमान हर वाले भिन्नों की तुलना।

भिन्नों का जोड़ और घटाव।

अभाज्य और योग्य संख्याएँ, अभाज्य कारक, लघुत्तम समापवर्त्य (LCM) और महत्तम समापवर्तक (HCF)।
3. व्यावहारिक गणित:
युनिटरी विधि(एकिक नियम)
औसत
लाभ-हानि
साधारण ब्याज
4. ज्यामिति (Geometry):
समतल और वक्र सतहें, समतल और ठोस ज्यामितीय आकृतियाँ।

बिंदु, रेखा, किरण, रेखा खंड; कोण और उनके प्रकार।

लंबाई, वजन, क्षमता, समय, क्षेत्रमापन और उनके मानक इकाईयाँ।

वर्ग और आयताकार वस्तुओं के क्षेत्रफल और परिमाप की गणना।
5. गणित की प्रकृति और स्थान:
गणित की प्रकृति और तार्किक सोच।

पाठ्यक्रम में गणित का स्थान।

गणित की भाषा और सामुदायिक गणित।
6. मूल्यांकन (Evaluation):
औपचारिक और अनौपचारिक तरीकों से मूल्यांकन।

शिक्षण की समस्याएँ।

त्रुटि विश्लेषण और शिक्षण से संबंधित अन्य पहलू।

निदानात्मक और उपचारात्मक शिक्षण।
पर्यावरण अध्ययन (Environment Studies)
प्रश्नों की संख्या: 30 (बहुविकल्पीय प्रश्न)
कुल अंक: 30
  • 1. परिवार और सामाजिक जीवन:व्यक्तिगत संबंध, एकल और संयुक्त परिवार।सामाजिक बुराइयाँ: बाल विवाह, दहेज प्रथा, बाल श्रम, चोरी।नशा और इसके व्यक्तिगत, सामाजिक और आर्थिक बुरे प्रभाव।
  • 2. कपड़े और आवास:विभिन्न ऋतुओं के लिए कपड़े, घर पर कपड़ों का रखरखाव।हस्तकरघा और बिजली करघा।जीवों के आवास और विभिन्न प्रकार के मकान।घर और आसपास की सफाई, आवास निर्माण सामग्री।
  • 3. व्यवसाय और संस्थान:आस-पास के व्यवसाय: सिलाई, बागवानी, खेती, पशुपालन, सब्जी विक्रेता।छोटे और कुटीर उद्योग, राजस्थान के प्रमुख उद्योग।उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियाँ।सार्वजनिक स्थान और संस्थान: स्कूल, अस्पताल, डाकघर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन।
  • 4. हमारी संस्कृति और सभ्यता:मेले और त्योहार, राष्ट्रीय त्योहार।राजस्थान के पोशाक, खानपान, कला और शिल्प।राजस्थान के पर्यटक स्थल और महान व्यक्ति।
  • 5. परिवहन और संचार:परिवहन और संचार के साधन, यातायात के नियम।संचार के साधनों का जीवनशैली पर प्रभाव।
  • 6. व्यक्तिगत स्वच्छता:शरीर के बाहरी और आंतरिक अंगों की सफाई।संतुलित आहार का महत्व।सामान्य बीमारियाँ और उनके रोकथाम के उपाय।
  • 7. जीवित प्राणी:पौधों और जानवरों का संगठन स्तर।जैव विविधता, राज्य का फूल, पेड़, पक्षी और पशु।संरक्षित वन, राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य।खरीफ और रबी फसलें।
  • 8. पदार्थ और ऊर्जा:पदार्थ के गुण: रंग, अवस्था, नमी, घुलनशीलता।ऊर्जा के प्रकार और उनके उपयोग।प्रकाश के स्रोत और उसके सामान्य गुण।
  • 9. पर्यावरण अध्ययन का महत्व और विधियाँ:पर्यावरण अध्ययन के सिद्धांत और क्षेत्र।विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से संबंध।अवधारणाओं को प्रस्तुत करने के तरीके।
  • 10. अनुभवात्मक और व्यावहारिक कार्य:चर्चा, सतत और समग्र मूल्यांकन।शिक्षण सामग्री और शिक्षण की समस्याएँ।
हिंदी पाठ्यक्रम
प्रश्न 30
अंक 30
  • व्याकरण (Grammar)शब्द ज्ञान:शब्द निर्माण, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, वचन, काल, उपसर्ग-प्रत्यय।
  • उपमा, रूपक, अलंकार।
  • वाक्य संरचना, वाक्य प्रकार, और वाक्य के अंग।
  • मुहावरे और लोकोक्तियां।
  • पठन एवं लेखन कौशल (Reading and Writing Skills)अज्ञात गद्यांश और कविता:अर्थ निकालना, भाव स्पष्ट करना।
  • कविता में अलंकार, तुकांत, और उपमाएं पहचानना।
  • लेखन कौशल:वाक्य निर्माण, व्याकरण शुद्ध लेखन, और संक्षिप्त लेखन।
  • भाषा कौशल विकास (Language Skills Development)सुनना, बोलना, पढ़ना, और लिखना।
  • भाषा सिखाने की तकनीक और सिद्धांत।
  • शिक्षण सामग्री का उपयोग जैसे पाठ्यपुस्तक और मल्टीमीडिया।शिक्षण विधियां (Teaching Methods)संवादात्मक दृष्टिकोण (Communicative Approach)।
  • भाषा शिक्षण में कठिनाइयां और सुधारात्मक उपाय।मूल्यांकन (Evaluation)सतत और व्यापक मूल्यांकन।
  • मौखिक और लिखित परीक्षण तैयार करना।सुधारात्मक शिक्षण।
English Syllabus
Question=30
Marks=30
  • 1. Grammar:Word knowledge: synonyms, antonyms, foreign words, etc.Nouns, pronouns, adjectives, and verbs.Sentence construction and types of sentences.Idioms, proverbs, and figures of speech.
  • 2. Reading Comprehension:Questions on unseen passages with grammatical focus.Identifying meaning, tense, and gender from given text.
  • 3. Language Skills Development:Listening, speaking, reading, and writing skills in Hindi.
  • 4. Teaching Techniques:Language teaching principles and approaches.Use of resources like textbooks and multimedia.
  • 5. Evaluation:Continuous and comprehensive evaluation techniques.Designing and conducting oral and written assessments.

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